गाजियाबाद के चार गांवों में यूपी ATS की छापेमारी: आठ संदिग्ध हिरासत में, PFI से जुड़े होने का संदेह

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ATS Raids In Ghaziabad मोदीनगर क्षेत्र में लगातार राष्ट्र विरोधी गतिविधियां सामने आ रही है लेकिन लोकल इंटेलिजेंस इससे बिल्कुल बेखबर है। बढ़ रही गतिविधियों में स्थानीय स्तर पर लोकल इंटेलिजेंस का बड़ा फेलियर सामने आ रहा है।

यूपीएटीएस ने शनिवार रात मुरादनगर के चार गांवों में छापेमारी कर आठ संदिग्धों को हिरासत में लिया। सभी को एटीएस नोएडा कार्यालय लेकर जाया गया। वहां उनसे पूछताछ चल रही है।

चर्चा है कि आरोपित पीआफाइ की गतिविधियों को संचालित कर रहे थे। जबकि सरकार ने पीआफाइ को बैंन किया है। टीम ने भोजपुर के कलछीना से चार, मुरादनगर के खैराजपुर से तीन और नेकपुर व रावली से एक-एक आरोपित को पकड़ा है।

ध्यान रहे कि कलछीना पीआफाइ का गढ़ रहा है। यहां पीआफाइ का पश्चिमी यूपी प्रभारी परवेज व जिला प्रभारी ननवा भी रहता था। छापेमारी के दौरान मोदीनगर, निवाड़ी व भोजपुर, मसूरी व मुरादनगर थानों का बल रहा। करीब एक घंटे तक छापेमारी चली। फिलहाल स्थानीय पुलिस अधिकारी इसपर नहीं बोल रहे हैं।

मोदीनगर क्षेत्र में लगातार राष्ट्र विरोधी गतिविधियां सामने आ रही है, लेकिन लोकल इंटेलिजेंस इससे बिल्कुल बेखबर है। बढ़ रही गतिविधियों में स्थानीय स्तर पर लोकल इंटेलिजेंस का बड़ा फेलियर सामने आ रहा है। अभी एक महीने पहले ही मोदीनगर के बिसोखर से खालिस्तानी समर्थक को गुजरात पुलिस ने पकड़ा था। यहां चल रहे अवैध काल सेंटर को भी बंद करा दिया था।

अब कलछीना में फिर पीएफआई सदस्यों के द्वारा राष्ट्रविरोधी गतिविधियों में शामिल होने का मामला सामने आया। यह गतिविधियां पिछले काफी समय से कलछीना में चल रही थी, लेकिन लोकल इंटेलिजेंस को इसकी भनक तक नहीं लगी। सूत्रों की माने तो कलछीना में पीएफआई की गतिविधियों का लगातार प्रचार किया जा रहा था।

पुलिस सूत्रों के मुताबिक, आरोपितों के कब्जे से कुछ किताबें व नक्शे भी एटीएस को मिले हैं, जिन्हें वह अपने साथ लेकर गई है। इतना ही नहीं राष्ट्र विरोधी गतिविधियां वाट्सएप के माध्यम से भी संचालित होती थी आरोपित इंटरनेट काल पर ही एक दूसरे से बात करते थे।

खास बात है कि जिन चार आरोपितों को एटीएस ने कलछीना से पकड़ा इन्हें 5 महीने पहले पीएफआई बैन के दौरान हिरासत में लिया गया था। इन सभी के डोजियर भी भरवाए गए थे।