जालंधर: जालंधर वेस्ट सीट से उपचुनाव लड़ रही अकाली दल की उम्मीदवार सुरजीत कौर की मुश्किलें बढ़ती नजर जा रही हैं। वह फिर विवादों में घिर गई है। दरअसल, पंजाब बीजेपी के अनुसूचित जाति विंग के अध्यक्ष और पूर्व आई.ए.एस. अधिकारी सुच्चा राम लाधर ने राष्ट्रीय अनुसूचित जाति आयोग, चुनाव आयोग और पंजाब सरकार को शिकायत भेजकर शिरोमणि अकाली दल की उम्मीदवार सुरजीत कौर का जाति प्रमाण पत्र को लेकर कानूनी कार्रवाई की मांग की है, क्योंकि उन्होंने जिस सीट से चुनाव लड़ा था वह एस.सी. सीट है। ऐसे में शिकायत में कहा गया है कि उक्त सुरजीत कौर एस.सी. समुदाय से संबंधित नहीं है।
भाजपा नेता सुच्चा राम ने भेजी शिकायत में आरोप लगाया है कि वोटों पर असर पड़ने के कारण चुनाव के दौरान किसी भी राजनीतिक दल या नेता ने शिकायत नहीं की। अब चयन प्रक्रिया समाप्त हो गई है इसलिए सुरजीत कौर द्वारा बनाए गए नकली एस.सी. प्रमाण पत्र की जांच करायी जाये और फर्जी प्रमाण पत्र बनाने के आरोप के तहत उचित कानूनी कार्रवाई की जाये।
पूर्व आई.एस. अधिकारी का कहना है कि चुनाव के दौरान जब शिरोमणि अकाली दल ने अपनी उम्मीदवारी वापस लेने की घोषणा की तो राजपूत (सिरकीबंद) समुदाय के लोगों ने प्रेस कॉन्फ्रेंस कर सुरजीत कौर के पक्ष में प्रदर्शन किया। उन्होंने कहा कि राजपूत पंजाब की जाति नहीं है और भारत सरकार द्वारा 39 अनुसूचित जातियों में अधिसूचित नहीं है।
पंजाब और हरियाणा हाई कोर्ट ने 5 जनवरी 2021 को एक फैसले में गांव आलमपुर (पटियाला) के राजपूत सरकीबंदों के 6 प्रमाणपत्र रद्द कर दिए थे। इसी तरह राजपुरा के पास एक गांव की लड़की रवजीत कौर जो एम.बी.बी.एस. की पढ़ाई कर रही थी, को फर्जी राजपूत प्रमाणपत्र प्रस्तुत करने के कारण कॉलेज से निष्कासित कर दिया गया था।