शाहकोट : पढ़-लिखकर भी कोई अच्छा रोजगार नहीं मिलने के कारण रोजाना हजारों नौजवान रोजी-रोटी के लिए विदेश जा रहे हैं। जैसे-तैसे यूरोप, अमरीका और कनाडा पहुंचने के लिए पिछले लंबे समय से ये नौजवान धोखेबाज एजैंटों के हत्थे चढ़कर जायज-नजायज तरीका अपनाने से भी पीछे नहीं रहे हैं। अपने सुनहरे भविष्य के लिए डंकी लगाकर जाने वालों में कुछ ही सफल हो पाता हैं, अन्यथा कुछ नौजवान या तो रास्ते में दम तोड़ जाते हैं या फिर विदेशों की जेलों में सड़ रहे हैं, जिनकी गिनती लाखों में है।
ऐसा ही एक मामला नजदीकी गांव संगतपुर का सामने आया है। संगतपुर का रहने वाले 24 वर्षीय अजय रोजी-रोटी कमाने के लिए अर्मेनिया गया था लेकिन अर्मेनिया में अच्छा वेतन नहीं मिलने पर इटली जाते हुए अर्मेनिया बार्डर पर पकड़ा गया और अब जेल में हैं। अजय के जेल में होने का गत माह उसके एक साथी द्वारा फोन पर दी जानकारी से पता चला, जिसके बाद अजय के परिवार का रो-रोकर बुरा हाल है। आज जब उसके परिवार के साथ संपर्क किया गया तो उसके बड़े भाई बलजिन्द्र ने बताया कि अजय परिवार के बेहतर भविष्य के लिए लाखों रुपए कर्ज लेकर करीब एक वर्ष पहले अर्मेनिया गया था। कुछ महीने वहां काम किया लेकिन जो वेतन उसे मिलता था उससे उसका अपना गुजारा ही बहुत मुश्किल हो रहा था। अजय को अपने दोस्तों से डंकी लगाकर इटली जाने का पता चला तो वह अपने दोस्तों के साथ इटली जाते हुए बार्डर पर पकड़ा गया। परिवार के मुताबिक उन्होंने अजय की वतन वापसी के लिए विदेश मंत्रालय से संपर्क किया था तथा विदेश मंत्रालय ने उनको भरोसा दिया है कि मंत्रालय की तरफ से जल्द कोई कार्रवाई की जाएगी।