जालंधर : बस स्टैंड के नजदीक इम्पिरियल ओवरसीज के एजेंटों ने कनाडा भेजने के नाम पर एक महिला से 11 लाख रुपए का फ्रॉड कर लिया। आरोपी अपने स्टाफ को भी 2 माह की सैलरी दिए बिना ऑफिस बंद करके फरार हो गए। पीड़ित क्लाइंट के बयानों पर थाना नई बारादरी में इम्पिरियल ओवरसीज के एजेंट कंवलदीप सिंह निवासी गांव नूरी दा अड्ढा तरनतारन और मनीशा निवासी सिविल लाइन जालंधर के खिलाफ केस दर्ज किया है।
पुलिस को दी शिकायत में दिव्या पत्नी नरेश कुमार निवासी न्यू संत नगर बस्ती शेख ने बताया कि 2023 में उसे एक कॉल आई थी। फोन करने वाली लड़की ने उसे बताया कि वह बस स्टैड नजदीक इम्पिरियल ओवरसीज के दफ्तर से बोल रही और लोगों को वर्क व स्टडी वीजा पर अलग-अलग देशों में भेजते हैं। उसकी बातों में आकर दिव्या इम्पिरियल ओवरसीज के दफ्तर में गई।
स्टाफ की सदस्यों ने कनाडा में वर्क परमिट पर भेजने के लिए 14 लाख में बात तय की जिसके बाद स्टाफ ने दिव्या की मुलाकात कंवलदीप सिंह और मनीशा से करवाई। उन्होंने दिव्या से उसका पासपोर्ट, अन्य दस्तावेज और 70 हजार रुपए की मांग की। दिव्या ने कहा कि उसने नकदी और दस्तावेज दे दिए। 4 सितंबर 2023 को उसे इम्पिरियल ओवरसीज से फोन आया कि वह बाकि के पैसे और चैक लेकर उनके दफ्तर आए। दिव्या ने वहां जाकर बैंक खाता खुलवाने के लिए 15 हजार रुपए दिए और अपने चैक भी साइन करके दे दिए जबकि 60 हजार कैश भी दिया। अगले ही दिन उसके बैंक खाते से बिना उसे बताए 15 हजार रुपए निकाल लिए गए।
दिव्या ने कहा कि 4 अक्तूबर को उससे मेडिकल फीस के लिए 12 हजार रुपए लिए गए और 30 हजार रुपए एंबैंसी फीस ले ली गई। कुछ दिनों बाद इम्पिरियल ओवरसीज के दफ्तर से फोन आया कि उनका वीजा आ गया है और वह 7 लाख रुपए की रकम लेकर तुरंत दफ्तर पहुंचे। पीड़िता ने पैसे भी उनके बैंक खाते में ट्रांसफर करवा दिए।