जालंधर : जालंधर छावनी में एम ई एस के ट्रीटमेंट प्लांट के साथ कंपोस्टिंग ग्राउंड में कैंटोनमेंट बोर्ड द्वारा रोजाना टनो के हिसाब से वहां कूड़ा फेंका जाता है और कूड़े से खाद बनाने के लिए करोड़ों रुपए की लागत से वहां पिछले कई सालों से प्रोजेक्ट स्थापित किए गए हैं। परंतु हैरान करने वाली बात यह है कि उन प्रोजेक्ट को चलाने के लिए वहां बिजली का कनेक्शन तक नहीं है।
सिविल मेंबर्स पुनीत शुक्ला सहित आसपास के लोगों ने मौके पर पहुंचकर स्थिति का जायजा लिया तो कूड़े को लगाई गई आग को देखकर वह खुद हैरान हो गए। उन्होंने बिजली के साथ चलने वाले प्रोजेक्ट का जायजा भी लिया जो पिछले डेढ़ महीने से बंद पड़े हैं। बसंत एवेन्यू कॉलोनी के रहने वाले नितिन भारद्वाज ने कहा कि उसके माता और पिता कूड़े से उठने वाले धुएं के कारण दमे जैसी घातक बीमारी के शिकार हो चुके हैं।