वाराणसी। काशीवासियों के लिए भगवान विश्वनाथ का साक्षात स्वरूप माने जाने वाले स्वामी शिवशंकर भारती ‘चैतन्य‘ का रविवार को 108 वर्ष की आयु में निधन हो गया। उनके निधन पर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने दुख जताया है। लगभग 100 वर्षों से अनवरत भगवान विश्वनाथ की उपासना, साधना कर रहे भारती जी महाराज ने 20 वर्ष की आयु में ही संन्यास धर्म ग्रहण कर लिया था। वह प्रात: ढाई बजे से सायंकाल छह बजे तक भगवान विश्वनाथ के सानिध्य में रहते थे। गर्भगृह में बैठकर भगवान विश्वनाथ का अभिषेक करते रहते थे। लगभग आठ दशकों यह क्रम चलता रहा।
स्वामी शिवशंकर भारती के निधन पर दुुख व्यक्त करते हुए प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने एक्स पर लिखा,’ भगवान विश्वनाथ के परम भक्त संत श्री शिवशंकर चैतन्य भारती जी के महाप्रयाण का दु:खद समाचार काशी से प्राप्त हुआ। वो मंगला आरती में बाबा विश्वनाथ की सेवा में अनवरत उपस्थित होते थे। उनका प्रयाण काशी की संत परंपरा के लिए एक बड़ी क्षति है। संत श्री भारती जी महाराज के शिव स्वरूप में विलीन होने पर उन्हें विनम्र श्रद्धांजलि। ॐ शान्ति !’