चंडीगढ़ : मुख्यमंत्री भगवंत सिंह मान के निर्देशों पर राज्य में खेल सभ्याचार पैदा करने के लिए की जा रही कोशिशों के अंतर्गत राज्य में काम कर रहे आउट सोर्सिंग कोचों के वेतनों में दो से ढाई गुणा बढ़ोतरी करने का फ़ैसला किया गया है।
खेल मंत्री गुरमीत सिंह मीत हेयर ने कहा कि खेल विभाग और पंजाब स्टेट स्पोर्टस कौंसिल के अधीन राज्य के समूह जिलों में तैनात ऐगज़ीक्यूटव कोच-2 के मासिक वेतन 17,733 रुपए से बढ़ा कर 35000 रुपए, ऐगज़ीक्यूटव कोच-1 का वेतन 16,893 रुपए से बढ़ा कर 30,000 रुपए प्रति महीना और ऐगज़ीक्यूटव कोच का वेतन 11,917 रुपए से बढ़ा कर 25,000 रुपए प्रति महीना करने का फ़ैसला किया गया है। इसके इलावा सभी कोचों के वेतन में सालाना 3 प्रतिशत बढ़ोतरी भी की जायेगी।
खेल मंत्री ने आगे कहा कि राज्य में आउट सोर्सिंग पर तैनात कोचों की तरफ से लम्बे समय से अपना वेतन बढ़ाने की माँग की जा रही थी। मुख्यमंत्री जी के ध्यान में यह मामला आने के बाद उन्होंने तुरंत मांग मंज़ूर करने का फ़ैसला किया। इस फ़ैसले के अंतर्गत आउट सोर्सिंग पर काम कर रहे कोचों का वेतन प्रति महीना दो से ढाई गुणा बढ़ा दिया गया है। यह फ़ैसला 18 सितंबर, 2023 से लागू होगा।
मीत हेयर ने कहा कि मुख्यमंत्री भगवंत सिंह मान के नेतृत्व वाली राज्य सरकार की तरफ से खेल और खिलाड़ियों के लिए अपने खजाने खोले गए हैं। हांगज़ू एशियन गेमज़ में पंजाब के खिलाड़ी निरंतर बढ़िया प्रदर्शन कर रहे हैं और 1962 के जकार्ता एशियन गेमज़ के बाद पाँच स्वर्ण पदक जीते हैं। खिलाड़ियों की इनाम राशि बढ़ाने, तैयारी के लिए नकद राशि, वज़ीफ़ा स्कीम के इलावा कोचों और खेल प्रमोटरों के लिए अवार्ड शुरू किये गए हैं। अब कोचों की भी लम्बित माँग पूरी करते हुये उनके वेतनों में अच्छी बढ़ोतरी की गयी है।