राजपुरा : हलका घनौर के अधीन आते एक गांव की 17 वर्षीय नाबालिग लड़की शाम करीब सात बजे घर से सब्जी खरीदने के लिए निकलती है। लेकिन जब वह करीब एक घंटे तक घर नहीं पहुंची तो परिजनों ने बच्ची की तलाश शुरू की और रात करीब नौ बजे बच्ची गांव में रहने वाले किरायेदारों के कमरे में बेहोशी की हालत में हाथ-पैर बंधे हुए मिली। जिसके बाद परिजनों ने बच्ची को बेहोशी की हालत में सरकारी अस्पताल में भर्ती कराया। लड़की के परिजनों ने बताया कि वे किसी काम से घर से बाहर गए थे और शाम को जब लड़की घर नहीं आई तो पड़ोसियों ने उन्हें बताया कि उनकी लड़की एक घंटे से लापता है। जिसके बाद उन्होंने लड़की की तलाश शुरू की और जब उन्होंने शक के आधार पर गांव में किराए पर रहने वाले दो लोगों के कमरे को देखा तो उन्होंने उस कमरे में अपनी बेटी को बेहोशी की हालत में पाया और उसके हाथ-पैर बंधे हुए थे। उन्होंने बताया कि रात में ही पुलिस को सूचना दे दी गयी थी। उन्होंने बताया कि जिस कमरे में लड़की को रखा गया था उस कमरे के बाहर ताला लगा हुआ था, ग्रामीणों ने कमरे का ताला तोड़कर लड़की को बाहर निकाला। फ़िलहाल आरोपी मौके से फरार है।
क्या कहना है पुलिस अधिकारियों का
जब शंभू थाने के एसआई गुरविंदर सिंह से बात की गई तो उन्होंने कहा कि लड़की के बयान महिला इंस्पेक्टर मनप्रीत कौर द्वारा दर्ज किए जा रहे हैं और लड़की द्वारा दर्ज किए गए बयान के अनुसार कानूनी कार्रवाई की जाएगी। इस मामले को लेकर जब शंभू थाने के SHO इंस्पेक्टर राहुल कौशल से बात की गई तो उन्होंने कहा कि नाबालिग लड़की के बयान के आधार पर मामला दर्ज कर लिया गया जा रहा है। पुलिस ने धारा 376, 342, 365, 328 और पोस्को एक्ट धारा 4 के तहत मामला दर्ज कर लिया है और एक व्यक्ति को राउंडअप कर लिया है और मामले की गहनता से जांच की जा रही है।